उम्मीदों के जुगनू
घबरा के ना उम्मीदी
का दामन न थाम ले,
थोड़े समय की बात है
हिम्मत से काम ले.
जितना गहरा रात
का काला रंग होगा,
आने वाला दिन भी
उतना रंगीन होगां.
सबसे अजीज है
मुझे वो सारे रतजगे,
जो मैंने अपने दोस्तों से.
कभी खुद से और
कभी भगवान से,
बाते करते हुए किये।
जिन्होंने जिंदगी को,
नई शक्ल अख्तियार
करने में की मदद।
अपनी अंधेरी चादर से,
खुशीयो के, उम्मीदों के
निकालकर जुगनू,
टांक दिए नजर में।
हार की कालिमा मे
भी कैसे मुस्कराओ,
ये भी सिखाया
है रात ने ही ।।