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5 Apr 2023 · 1 min read

उम्मीदों के आसमान पे बैठे हुए थे जब,

उम्मीदों के आसमान पे बैठे हुए थे जब,
वो क्या गिरा आंखें जिसे संभाल ना पायीं ।।

@ नील पदम्

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Books from दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
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