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26 Sep 2024 · 1 min read

उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,

उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,
दिल मुझे आब- रोज़ करता है।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम ‘शाद’

1 Like · 49 Views
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