उपेक्षा
उपेक्षा
अनदेखी,अनवेक्षा,अवज्ञा,सब हैं,उपेक्षा कीसहेली लेकिन बारीक सा फर्क लिए अपेक्षा लगती इसकी भाएली।
अवहेलना,अविनय,उदासीनता देती हृदय को दर्द है
वहीं अपेक्षा दूसरों से,करती हर पल क्षण को सुखद है।
नज़रंदाज़ी,निरपेक्षा,बेक़द्री,यदि तुम दूसरों की करते हो
फिर दूसरों से भला सुनों,क्यों तुम अपेक्षा रखते हो।
नीलम शर्मा