उनके नगर की उनके उपयुक्त डगर
खुद जो सुन नहीं सकते
वह बातें लोग
इतनी आसानी से
दूसरों को कैसे सुनाने की
हिम्मत करते हैं
और क्यों सुनाते हैं
क्या सोचकर
लेकिन कैसे हम भी
उलझ जाते हैं
उनके इस
समय नष्ट करते
बेमतलब
एक अर्थहीन भंवर में
क्यों नहीं बन जाते हम
अपने ही एक सुंदर से
उद्यान के तालाब में
खिले कंवल
क्यों कुचलवाते रहते
अपने आत्मसम्मान का
सिर
बिना बात
क्यों नहीं सिर उठाकर
आत्मविश्वास के साथ जीते
और ऐसे लोगों और
उनकी दिल तोड़ती बातों को
दिखाते उनके ही नगर की
उनके उपयुक्त कोई
डगर।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001