Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Apr 2017 · 1 min read

उनकी तस्वीर छुपाये बैठा हूँ……

उनकी शीने में तस्वीर छुपाये बैठा हु
कब से उनके रस्ते पे मुखवीरी लगये बैठा हु
हमने सवा सव जतन कर के देखा है
अब तो तक़दीर के सताये बैठा हु (अवनीश कुमार)

Language: Hindi
239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
कुछ
कुछ
Shweta Soni
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Dr.Priya Soni Khare
घड़ी घड़ी ये घड़ी
घड़ी घड़ी ये घड़ी
Satish Srijan
Go wherever, but only so far,
Go wherever, but only so far,"
पूर्वार्थ
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
gurudeenverma198
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
Rajesh vyas
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
Atul "Krishn"
*क्रुद्ध हुए अध्यात्म-भूमि के, पर्वत प्रश्न उठाते (हिंदी गजल
*क्रुद्ध हुए अध्यात्म-भूमि के, पर्वत प्रश्न उठाते (हिंदी गजल
Ravi Prakash
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
"मदहोश"
Dr. Kishan tandon kranti
जीव कहे अविनाशी
जीव कहे अविनाशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
संगठन
संगठन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
चलो बनाएं
चलो बनाएं
Sûrëkhâ Rãthí
चाहत
चाहत
Shyam Sundar Subramanian
इस महफ़िल में तमाम चेहरे हैं,
इस महफ़िल में तमाम चेहरे हैं,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गौरी सुत नंदन
गौरी सुत नंदन
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
Dushyant Kumar
"जीवन अब तक हुआ
*Author प्रणय प्रभात*
मन मर्जी के गीत हैं,
मन मर्जी के गीत हैं,
sushil sarna
" मंजिल का पता ना दो "
Aarti sirsat
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
Sahil Ahmad
*सूनी माँग* पार्ट-1
*सूनी माँग* पार्ट-1
Radhakishan R. Mundhra
14, मायका
14, मायका
Dr Shweta sood
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
विवश प्रश्नचिन्ह ???
विवश प्रश्नचिन्ह ???
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
-- तभी तक याद करते हैं --
-- तभी तक याद करते हैं --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...