उनकी आंखों ने सबकुछ बोल दीया।
सहमी हुई मेरी नज़र को,
फिर से खुश कर दीया,
बिना कुछ कहे बस
तेरी आंखों ने सबकुछ समझा दीया।
तारीफ करते करते
एक इशारा भी दे दिया,
ना छोड़ेंगे वो साथ हमारा,
ये वादा भी कर दिया।
भीगी हुई मेरी आंखे थी,
पर उनकी नजर ने मेरे तनहा आंखों को छू लिया,
राह देखते तरस गई थी जब में,
आज उनकी आंखों ने फिर से दीदार कर दीया।
उनकी आंखों ने आज सबकुछ कह दीया,
मेरा दिल भी ले गया, और
अपनी मुस्कुराहट भी दे गया।