उनका
गीतिका
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है गजब प्यार का हुनर उनका
अक्स दिल में गया उतर उनका
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फूल ही फूल खिल उठेंगे अब
साथ हमको मिले अगर उनका
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जिन्दगी में रखा नहीं है कुछ
भा रहा आज सिर्फ दर उनका
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महकते लाजवाब फूलों में
रूप अच्छा लगा मगर उनका
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खूबसूरत शवाब गुलों में
आज भी आया है उभर उनका
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देखिए बेकरार हैं कितने
खत्म अब हो गया सबर उनका
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, १५/१२/२०१६