“उतावलेपन” और “बावलेपन” में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं होता। दोनों “द
“उतावलेपन” और “बावलेपन” में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं होता। दोनों “दिमाग़ी दिवालियापन” की ही किस्में हैं।
🙅प्रणय प्रभात🙅
“उतावलेपन” और “बावलेपन” में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं होता। दोनों “दिमाग़ी दिवालियापन” की ही किस्में हैं।
🙅प्रणय प्रभात🙅