उड़ती चुनरियाँ
ना जाने पिया
आई कोन बयार
अटकी मोरी चुनरियाँ
तेरे हिया पिया
बहुत करो प्रयत्न
खीचन को हिय से
जैसे जैसे खींचूँ
बल पकड़ जात है
मन को ऐसो लागे
हिय गयो त्यारे पास
तभी चुनरिया रहत है
पियो अब तेरे ही पास
अब के होलि आवै
चुनरी मेरी रंग दियो
आपने ही प्रेम में
लाल -लाल रंग दियो
पिया रंग में रंगी
लाल नजर सबको आऊँ