उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
एक अजनबी चेहरे की मुस्कान हो गये हम।।
हम हो गये मेहमान किसी खुशनुमा जिगर के ,
जब से मिली निगाहें कुर्बान हो गये हम ।।
Phool gufran
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
एक अजनबी चेहरे की मुस्कान हो गये हम।।
हम हो गये मेहमान किसी खुशनुमा जिगर के ,
जब से मिली निगाहें कुर्बान हो गये हम ।।
Phool gufran