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30 Oct 2024 · 1 min read

उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,

उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
एक अजनबी चेहरे की मुस्कान हो गये हम।।
हम हो गये मेहमान किसी खुशनुमा जिगर के ,
जब से मिली निगाहें कुर्बान हो गये हम ।।
Phool gufran

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