– उगते सूर्य को करते सब प्रणाम –
उगते सूर्य को करते सब प्रणाम –
उगते सूर्य को करते सब प्रणाम,
डूबते सूर्य का कोई न करे बखान,
यह दुनिया भूल जाए यह भी की डूबता हुआ सूर्य भी उदय हुआ था,
तब सबने किया था उसको प्रणाम ,
डूबने वाले सूर्य के कर्म को भूलकर लोग करते उगते सूर्य को प्रणाम,
लोग रखते लोभ लालसा स्वार्थ का करते काम,
निस्वार्थ भाव से उगता सूर्य अस्त हुआ तो उसका न करे बखान,
रहना चाहिए लोगो को हर हाल में एक समान,
बदल डालो यह परिपाटी और कर दो डूबते सूर्य को भी प्रणाम,
नगण्य भूमिका मत आंको करो सबको प्रणाम,
स्वार्थ में अंधे होकर न करो बुजुर्गो का अपमान,
उगते को करते हो प्रणाम ,
डूबते सूर्य को भी करो प्रणाम,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान