Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

ईष्र्या

ईर्ष्या
आज भी
ईर्ष्या तू ना गई मेरे मन से
आज भी पास होकर तुम इतराती हो या
फिर दूर रहकर यूं मुझसे विद्वेष रखतीं हो…
अक्सर कई बार पढ़ा है मैंने तुम्हे ! जो देखा है
बस आज भी तुम बदले नहीं जो वो ईर्ष्या रखते हो
सद का भावार्थ लिए बिना ही आज मुझसे टकराते हो
हो कोई स्वार्थ अपनी चुप्पी में तो आज आंखें मुंद्रा कतराते हो…..
अक्सर ईर्ष्या तुने मुझे !हरबार , तनक कर देखा
मेरे जज्बात को जाने बिना अक्सर वो मुंह फेरते देखा
यकिनन मेरे कदमों की थाप तेरे हित में थी सदा गर तू समझा नही
जो आज मेरे विश्वास को परखे बिना ही हस्ती! वो ही ईर्ष्या करते देखा….
गर वो तनिक भी ईर्ष्या से परे मुझे! एकबार देखता तो अच्छा होता.
मगर वो मगरूर ईर्ष्या से भरा मुझे आंखों से आज भी सदा यूं कोसते देखा
अब क्या कहूँ मेरी ईर्ष्या से हस्ती जो खुद से मुझे जलाता रहा
अपनी पैनी निगाहों से अक्सर पास होकर भी आज वो मुझे कोसता रहा
जो देखता हूँ आज भी मेरी राहों में वो चुपके से गड्ढे खोदता रहा
मैं इर्ष्या से परे उसे देखता अपना आज मगर वो आज भी मुझे बस!इर्ष्या से मारता रहा….
अब तुम बताओ मेरी ईर्ष्या से मैं कैसे दूर रहूं
जिसके न होने से आज भी मैं अछुता रहूं
यकिनन ईर्ष्या से मैं जलता रहा डरता रहा
मगर मैं कैसे कहूँ! की अब मैं कैसे दूर रहूं….

स्वरचित कविता
सुरेखा राठी

1 Like · 121 Views

You may also like these posts

- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
Piyush Goel
“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
Sandeep Kumar
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-7🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-7🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यूँ तो कभी
यूँ तो कभी
हिमांशु Kulshrestha
बुंदेली हास्य मुकरियां
बुंदेली हास्य मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
विभाजन की विभीषिका
विभाजन की विभीषिका
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख्याल (कविता)
ख्याल (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
गांव की भोर
गांव की भोर
Mukesh Kumar Rishi Verma
तुम्हारा प्रेम,
तुम्हारा प्रेम,
लक्ष्मी सिंह
याद दिल में जब जब तेरी आईं
याद दिल में जब जब तेरी आईं
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
सोचता हूँ..
सोचता हूँ..
Vivek Pandey
स्त्री
स्त्री
Dinesh Kumar Gangwar
"फेसबुक मित्रों की बेरुखी"
DrLakshman Jha Parimal
मेरे शब्दों को कह दो...
मेरे शब्दों को कह दो...
Manisha Wandhare
मुरली की धू न...
मुरली की धू न...
पं अंजू पांडेय अश्रु
Love's Test
Love's Test
Vedha Singh
*हुड़दंगी यह चाहते, बने अराजक देश (कुंडलिया)*
*हुड़दंगी यह चाहते, बने अराजक देश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"Always and Forever."
Manisha Manjari
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
पूर्वार्थ
धर्म
धर्म
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
“रेल का सफ़र
“रेल का सफ़र
Neeraj kumar Soni
प्रेम न माने जीत को,
प्रेम न माने जीत को,
sushil sarna
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
Harminder Kaur
मैंने एक चांद को देखा
मैंने एक चांद को देखा
नेताम आर सी
3837.💐 *पूर्णिका* 💐
3837.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
Ashwini sharma
मुझ पर करो मेहरबानी
मुझ पर करो मेहरबानी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
Shekhar Chandra Mitra
Loading...