ईश की बनाई दुनियाँ
ईश की बनाई दुनियाँ
प्रेम से सजाई दुनियाँ
सत्य की डगर चल न सकूँ
झूठ की सताई दुनियाँ
सबके मुख पर सबकी सी
क्यों करे बुराई दुनियाँ
जब खिले कमल हिरदय का
रंग प्रीत रगाई दुनियाँ
दस्तक दे वृद्धावस्था
हो रही पराई दुनियाँ
ईश की बनाई दुनियाँ
प्रेम से सजाई दुनियाँ
सत्य की डगर चल न सकूँ
झूठ की सताई दुनियाँ
सबके मुख पर सबकी सी
क्यों करे बुराई दुनियाँ
जब खिले कमल हिरदय का
रंग प्रीत रगाई दुनियाँ
दस्तक दे वृद्धावस्था
हो रही पराई दुनियाँ