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3 Sep 2016 · 1 min read

ईश्वर

ईश्वर है
आस्था है विश्वास है
पर कहाँ कब है
नहीं पता है

ईश्वर है
मंदिर में,मस्जिद में
काबा,कैलाश में
घट घट कुम्भ में

ईश्वर है
तीर्थंकरों ने ढूढा
योगियों ने योगा
पर ना मिला

ईश्वर है
मथुरा काशी प्रयाग
हरिद्वार सब खोजा
पर ना मिला

ईश्वर है
जन जन के अन्तस में
कण कण क्षण क्षण में
उदय होते सूरज चाँद में

ईश्वर है
हल जोतते खेतों
मुस्कराते फूलों मे
भँवरा जहाँ कलियों में

ईश्वर है
बुजुर्गों की सेवा में
मात पिता की सेवा में
पिया की आन में

ईश्वर है
देखना है ईश्वर
बुजुर्ग मातपित पिय
की सीख सीख लें

Language: Hindi
72 Likes · 469 Views
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