Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय*
68 Followers
Follow
Report this post
15 May 2023 · 1 min read
ईश्वर से सुख-समृद्धि नहीं
ईश्वर से सुख-समृद्धि नहीं
आनंद-मंगल मांगिए।
सब के लिए।।
😊प्रणय प्रभात😊
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 399 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
समय की बात है
Atul "Krishn"
I.N.D.I.A
Sanjay ' शून्य'
कुछ भी तो पहले जैसा नही रहा
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
*बोले बच्चे माँ तुम्हीं, जग में सबसे नेक【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
मन्नत के धागे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
खडा खोड झाली म्हणून एक पान फाडल की नवकोर एक पान नाहक निखळून
Sampada
रात-दिन जो लगा रहता
Dhirendra Singh
Poem
Prithwiraj kamila
छूट रहा है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
इंतज़ार का मर्ज है संगीन
Chitra Bisht
मत रो मां
Shekhar Chandra Mitra
प्रेमिका और पत्नी।
Acharya Rama Nand Mandal
रूहानी इश्क
ओनिका सेतिया 'अनु '
चाँद की राखी
Om Prakash Nautiyal
4574.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
Ranjeet kumar patre
यक़ीनन मुझे मरके जन्नत मिलेगी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गाँव बदलकर शहर हो रहा
रवि शंकर साह
भोर होने से पहले ...
sushil sarna
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
#व्यंग्य वाण
Rajesh Kumar Kaurav
जस गीत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
रूठे को पर्व ने मनाया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
।। समीक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
*प्रणय*
Loading...