ईश्वर आप मुस्कुराइये
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ईश्वर आप क्यों हैं उदास?
थके-थके से और अत्यंत हताश।
हम हैं झेलने आपके दु:ख,दर्द,व्यथा,त्रास।
तृष्णा,लोभ,लिप्सा ,अहंकार का,आपका,आदि व अनंत प्यास।
सृष्टि आपकी है आप मुस्कुराइए।
बुराइयाँ मानव के मशतिष्क में भरा है आपने मातम मत मनाईये।
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