Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Dec 2023 · 1 min read

रुख़्सत

इस शहर की यादगारों को
साथ ले चला हूं ,
बीते हुए लम्हों का हिसाब
साथ ले चला हूं ,

रंजिशे, अदावतें छोड़, प्यार
साथ ले चला हूं ,
सरगर्मी – ए – महफ़िल छोड़, तन्हाई
साथ ले चला हूं ,

ज़ुल्मो सितम की दास्ताँ छोड़, सुकून
साथ ले चला हूं ,
दर्दे बेवफ़ाई छोड़, एहसान- ए -वफ़ा
साथ ले चला हूं ,

खुदगर्जी छोड़, एहसास- ए- हमदर्दी
साथ ले चला हूं ,
फ़ितरत छोड़, अख़लाक़
साथ ले चला हूं ,

सोए हुए ज़मीर को जगा, इंसानियत
साथ ले चला हूं ।

Language: Hindi
180 Views
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
Ravi Prakash
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
পুণর্যাত্ৰা
পুণর্যাত্ৰা
Pijush Kanti Das
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दशहरा
दशहरा
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
जा लिख दे आसमान पे
जा लिख दे आसमान पे
Shekhar Chandra Mitra
उदास हूं मैं आज।
उदास हूं मैं आज।
Sonit Parjapati
देश भक्ति
देश भक्ति
Rambali Mishra
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
शायरी
शायरी
डॉ मनीष सिंह राजवंशी
তুমি আর আমি
তুমি আর আমি
Sakhawat Jisan
I
I
Ranjeet kumar patre
आज़माइश कोई
आज़माइश कोई
Dr fauzia Naseem shad
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रोशनी की किरण
रोशनी की किरण
Juhi Grover
Silent
Silent
Rajeev Dutta
मेरा शहर
मेरा शहर
नेताम आर सी
आत्मसंवाद
आत्मसंवाद
Shyam Sundar Subramanian
भोर सुहानी हो गई, खिले जा रहे फूल।
भोर सुहानी हो गई, खिले जा रहे फूल।
surenderpal vaidya
बुंदेली दोहा- गरे गौ (भाग-1)
बुंदेली दोहा- गरे गौ (भाग-1)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आगे का सफर
आगे का सफर
Shashi Mahajan
कहीं तीसी फुला गईल
कहीं तीसी फुला गईल
कुमार अविनाश 'केसर'
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
Raju Gajbhiye
शाकाहार स्वस्थ आहार
शाकाहार स्वस्थ आहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
किया शहर ने गांव पर
किया शहर ने गांव पर
RAMESH SHARMA
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
3248.*पूर्णिका*
3248.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...