इस दुनियां में सदा नहीं रहना है
ज़िंदगी की बस इतनी सी सच्चाई है..
जो आया है दुनियां में वो जायेगा भी..
तय करना है ये हमें कैसे जाना है..
अपनो की यादों में बसने लायक कुछ कर जाना है
या ऐसे ही लौट जाना है..
मैं अपनो की मौत के वो लम्हे हर पल याद रखती हूं..
उनकी यादों को सहेज कर रखती हूं..
जो कभी साथ मुस्कुराते थे अपने..
मैं उनके चेहरे दिल में बसाकर रखती हूं..
मन की गहराई में एक एहसास ज़िन्दा रखती हूं..
इस दुनियां में सदा नहीं रहना है..
मैं अपनी मौत को हरदम याद रखती हूं
शायद इसलिये अपनो के दिलों में रहना चाहती हूं
अमीर गरीब,धन दौलत,ये रुतबा,पद प्रतिष्ठा
कुछ भी संग नहीं जाना है..
आचार,विचार,व्यवहार बस रह जाना है
आओ कर चलें कुछ ऐसा जीवन में
बन जाये ये रिश्ते नाते सुन्दर..ये समाज सुन्दर
सबके दृष्टिकोण सुन्दर..
प्रेमभाव, सेवाभाव का..भाईचारे का
अब जग में ये संदेश फ़ैलाकर जाना है
बस ऐसा ही कुछ मैंने मन में ठाना है
इस दुनियां में सदा नहीं रहना है
बस अपनो की यादों में बसने लायक कुछ कर जाना है…