इस जीवन का सार
सुबह दोपहर शाम रात
बस क्या यही है
इस जीवन का सार
हर पल पर एक सा नहीं
होता
एक पल हंसता है तो
दूसरा है रोता
एक पल में तेरा साथ
दूसरे में छूटा
एक पल तू करीब
दूसरे पल दूर
एक पल में इस जन्म की
बातें
दूसरे पल बस यह जीवन
जैसे हो
सपनों की सौगाते।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001