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26 Mar 2022 · 1 min read

इस ज़िंदगी के

बस एक तुझी से हैं वाबस्ता ।
मेरी आंखों के ख़्वाब जितने हैं।।
तुझको पढ़ कर ही मैंने समझें हैं ।
इस ज़िन्दगी के जवाब जितने हैं।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
9 Likes · 156 Views
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