इस्लामिक आतंकवाद का दुनिया में दमन जरूरी है
इस्लामिक आतंकवाद में, कश्यप का कश्मीर मिटाया
मिटा दिया हिंदुत्व जड़ों से, हिंदुओं को मार भगाया
भग्नावशेष मार्तंड मंदिर के, क्षीर भवानी रोती है
पांच लाख पंडित की एक एक,करुण कहानी कहती है
रचे गए जहां वेद पुराण, राज तरंगिणी कहती है
कल्हण वितस्ता लल्लट ममम्ट, खून के आंसू रोती है
ज्ञान और संस्कृति की भूमि, अब इस्लाम को ढोती है
मार-मार मुसलमान बनाए, जो न माने सिर कटवाए
बचे हुए जो हिंदू थे, घाटी से उनको मार भगाए
बहन बेटियों को लूटा, छाती जंघाओं पर पाकिस्तान लिखाए
लूट लिए घर द्वार, खुद के घर में हुए पराए
पीओके बाल्टिस्तान दिया, अक्साईचिन भी चला गया
हिंदू का कितना दमन हुआ, शब्दों में ना कहा गया
उठो उठो अब दुनिया बालों, कब तक और सहोगे
जागे नहीं समय पर वीरो, एक दिन शिकार बनोगे
दुनिया को इस्लामिक स्टेट बनाने, खुला यजेंडा
जारी है
सारी दुनिया को, इस्लामिक स्टेट बनाने की तैयारी है
इस्लामिक आतंकवाद का, दुनिया में दमन जरूरी है
दुनिया और देश बचाने, क्रांति एक जरूरी है