इश्क में होश कहां रहता है दीवाने को।
❤️? ग़ज़ल # हसरत?❤️
इश्क में होश कहां रहता है दीवाने को।
हसरत ए इश्क मैं जंजीर बदल जाती है।?
देखता हूं तुम्हें हर बार नई हसरत से।
ख्वाबीदा आंखों की तअबीर बदल जाती है।❤️
अब तो हर रोज बदल जाता है मंजर साकी।
हमारे शहरों की तामीर बदल जाती है ।?
सगीर रह जाती हैं सिर्फ मोहब्बत की कशिश।
दिल पर जो नक्श है तहरीर बदल जाती है।?
डॉक्टर सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार बहराइच ?