इश्क में तन्हाईयां बहुत है।
इश्क में बेचैनियां बेताबियां बहुत हैं।
तुम भी करके देखो इसमें नादानियां बहुत हैं।।
यार है तो यूं खुदा भी पास लगता है।
गम ए इश्क में अशिको के विरानियां बहुत है।।
मोहब्बत हो तो हर शाम महफिल है।
बिना दिले यार के इश्क में तन्हाइयां बहुत है।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ