इश्क की अब तलक खुमारी है
इश्क की अब तलक खुमारी है
उम्र उनके बिना गुजारी है
वो बसे हैं यूँ आज भी दिल में
क्या मुहब्बत अज़ब हमारी है
डॉ अर्चना गुप्ता
इश्क की अब तलक खुमारी है
उम्र उनके बिना गुजारी है
वो बसे हैं यूँ आज भी दिल में
क्या मुहब्बत अज़ब हमारी है
डॉ अर्चना गुप्ता