Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2021 · 1 min read

इश्क़ से इंकलाब तक

जिस्म की हो या ज़ेहन की
तुम तोड़ डालो हर ज़ंजीर!
खोखली इबादत से नहीं,
मेहनत से बनती तक़दीर!!
सरकार भरोसे भारत का
अब कुछ नहीं होने वाला
नौजवानों को ही उठकर
करनी होगी कोई तदबीर!!
कोरी लफ़्फ़ाज़ी के लिए
वक़्त नहीं अब मेरे पास
मुझे पढ़ने का शौक सिर्फ़
ख़ून से लिखी हुई तहरीर!!
ज़ुल्मत के इस निज़ाम को
देखना, फूंक डाले न कहीं
आज के उस सुकरात की
आग उगलती हुई तकरीर!!
मैं जान हथेली पर लेकर
निकला हुआ अपने घर से
ढूंढ़ने के लिए भगतसिंह के
सुनहरे ख़्वाबों की ताबीर!!
अपने बूटों तले रौंद रहे
आजकल जो अवाम को
शायद देखी नहीं उन्होंने
अभी बगावत की तासीर!!
जलते हुए सभी मूद्दों पर
बेबाकी से लिखते-लिखते
बन बैठा वह शायर एक
इंकलाब की ज़िंदा तस्वीर!!
वह अदब के सारे पैमाने
काटता जा रहा लगातार
उसके हाथों में पड़ते ही
क़लम हुई नंगी शमशीर!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी
#चुनावीशायरी #सियासीशायरी

216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तू ज्वाला की तिल्ली हो
तू ज्वाला की तिल्ली हो
उमा झा
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
'प्रभात वर्णन'
'प्रभात वर्णन'
Godambari Negi
ये मेरा इंदौर है
ये मेरा इंदौर है
Usha Gupta
*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***
*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
कीमती
कीमती
Naushaba Suriya
बंदिशे
बंदिशे
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बेटी
बेटी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
खुशियाँ हल्की होती हैं,
खुशियाँ हल्की होती हैं,
Meera Thakur
सपने
सपने
Divya kumari
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुक्तक
मुक्तक
Sonam Puneet Dubey
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
अम्बे तू गौरी
अम्बे तू गौरी
रुपेश कुमार
हीरो बन जा
हीरो बन जा
मधुसूदन गौतम
"चल मुसाफिर"
Dr. Kishan tandon kranti
*अध्याय 4*
*अध्याय 4*
Ravi Prakash
रानी मर्दानी
रानी मर्दानी
Dr.Pratibha Prakash
2795. *पूर्णिका*
2795. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
होली के दिन
होली के दिन
Ghanshyam Poddar
प्रेम!
प्रेम!
कविता झा ‘गीत’
*माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया*
*माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कल हमारे साथ जो थे
कल हमारे साथ जो थे
ruby kumari
हर किसी पे भरोसा न कर ,
हर किसी पे भरोसा न कर ,
Yogendra Chaturwedi
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
तो तुम कैसे रण जीतोगे, यदि स्वीकार करोगे हार?
तो तुम कैसे रण जीतोगे, यदि स्वीकार करोगे हार?
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
DrLakshman Jha Parimal
रिश्ते
रिश्ते
राकेश पाठक कठारा
Virtual vs. Real: The Impact on Brain Development of Children in Modern World
Virtual vs. Real: The Impact on Brain Development of Children in Modern World
Shyam Sundar Subramanian
!! गुजर जायेंगे दुःख के पल !!
!! गुजर जायेंगे दुःख के पल !!
जगदीश लववंशी
Loading...