इश्क़ के एहसास में….
इश्क़ के एहसास में,
आँशु निकल जाते है;
उनकी एक मुस्कान से,
पत्थर दिल पिघल जाते है;
मासूम इतने ओ,
तारीफ़ में,
हद से गुजर जाते है;
साथ होते है,जब भी उनके,
ख़ुद ही खुद में बिखर जाते है।
(अवनीश कुमार)
इश्क़ के एहसास में,
आँशु निकल जाते है;
उनकी एक मुस्कान से,
पत्थर दिल पिघल जाते है;
मासूम इतने ओ,
तारीफ़ में,
हद से गुजर जाते है;
साथ होते है,जब भी उनके,
ख़ुद ही खुद में बिखर जाते है।
(अवनीश कुमार)