इश्क़ का ख़याल
मुहब्बत की आग में जलने का अद्भुत अहसास,
इक नये अनुभव, इक नये इश्क़ का ख़याल है!!
दिल में उम्मीद की दीपक थमी है जगमगाते,
जैसे तारे खो गए हैं, अब सिर्फ़ प्यार ही प्यार है!!
पलकें झुकी, आँखें चमकी, सपनों ने बनाई जगह,
जैसे कि रिश्ते नये हो गए हैं, यूं जीने का सवाल है!!
कभी उठी थीं समंदरों से, दिल में धड़कनों की लहरें,
तक़दीर की धुंधली सी आँखों में चाहत का हाल है!!
मुहब्बत की राह में जब मिला उसका आवाज़ सुना,
सब कुछ छूट गया था, बस ख़ुशियों का नया साल है!!
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©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
बिलासपुर, छत्तीसगढ़