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2 Jul 2021 · 1 min read

इम्तिहान हैं आज

इम्तिहान अभिमन्यु आज तेरा मैदान में जंग का ,
चक्रव्यूह हैं , भेदना रे तुझे ,अर्जुन नही तेरा ,
समय न समय ऐसा आएगा शत्रु तुझे भूल न पायेगा ,जीत हार तू भूल जा ,चल सीखा कैसे जाता हैं लड़ा ।

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