Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2022 · 1 min read

इबादत

शीर्षक:इबादत
इबादत करने आई हूँ माँ तेरे दर पे आई हूँ
झुकाकर शीश चरणों में तेरे मंदिर में आई हूँ
करना कल्याण माँ मेरा यही अरदास लाई हूँ
इबादत तेरे द्वारे माँ, मैं लेकर आज आई हूँ

लम्बा रास्ता पार कर तेरी बेटी माँ आई हैं
तेरी पूजा तेरी अर्चना करने तेरी बेटी आई है
स्वीकार कर इबादत बेटी दरकार लेकर आई हैं
इबादत तेरे द्वारे माँ, मैं लेकर आज आई हूँ

महिमा तेरी कण कण में यही स्वीकारने आई हूँ
बसा है झूठ रग रग में उसी को मिटाने आई हूँ
करेगी माँ कल्याण मेरा यही इबादत करने आई हूँ
इबादत तेरे द्वारे माँ, मैं लेकर आज आई हूँ

शरण अपनी लगा ले माँ तुझे मन सौपने आई हूँ
मन से पाप मिटा दे माँ यही बस सोचकर आई हूँ
लगे भक्ति में मन मेरा यही उद्धार कराने आई हूँ
इबादत तेरे द्वारे माँ, मैं लेकर आज आई हूँ

डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
अछय तृतीया
अछय तृतीया
Bodhisatva kastooriya
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
Phool gufran
हर खतरे से पुत्र को,
हर खतरे से पुत्र को,
sushil sarna
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
" भाषा क जटिलता "
DrLakshman Jha Parimal
सफर 👣जिंदगी का
सफर 👣जिंदगी का
डॉ० रोहित कौशिक
जीवन
जीवन
Neeraj Agarwal
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
#गणपति_बप्पा_मोरया
#गणपति_बप्पा_मोरया
*प्रणय प्रभात*
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
Mamta Singh Devaa
जय भोलेनाथ ।
जय भोलेनाथ ।
Anil Mishra Prahari
प्यार है ही नही ज़माने में
प्यार है ही नही ज़माने में
SHAMA PARVEEN
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
Karishma Shah
जब से देखा है तुमको
जब से देखा है तुमको
Ram Krishan Rastogi
अलविदा
अलविदा
ruby kumari
ऋतु परिवर्तन
ऋतु परिवर्तन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
* मन कही *
* मन कही *
surenderpal vaidya
उत्तम देह
उत्तम देह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
The_dk_poetry
SCHOOL..
SCHOOL..
Shubham Pandey (S P)
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
2645.पूर्णिका
2645.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
स्त्रियाँ
स्त्रियाँ
Shweta Soni
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा
Ravi Prakash
मैं नहीं तो, मेरा अंश ,काम मेरा यह करेगा
मैं नहीं तो, मेरा अंश ,काम मेरा यह करेगा
gurudeenverma198
इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके  ठाट।
इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके ठाट।
गुमनाम 'बाबा'
Loading...