इन्साफ मिला
इन्साफ मिला
जिंदगी से मौत तक ,
फिर मौत से इन्साफ तक I
लड़ती रही थकी नहीं ,
उस माँ ने हार नहीं मानी I
वो दिसंबर की काली रात ,
बड़ी भयानक थी I
देश की बेटी निर्भया ,
हुई दरिंदगी की शिकार थी I
आखरी साँस तक लड़ते –लड़ते,
जिंदगी की जंग हार चुकी थीI
इस संसार को अलविदा कह गई ,
पर इन्साफ की चाह मन में ही रह गई I
सात साल का लम्बा इन्तजार,
अब खत्म हुआ है I
उस माँ ने हिम्मत नहीं हारी ,
आखिर जीत हो गई मिल गया इन्साफ I
देर से ही सही इन्साफ मिला ,
आज निर्भया की आत्मा को,
शांति मिल गई है उसे इन्साफ मिल गया I
सोनी गुप्ता
कालकाजी नई दिल्ली -19