Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2017 · 1 min read

इन्सान बन रहा महान

तू भी है इंसान, वो महात्मा भी तो इंसान है
गरूर न कर इस दुनिया में, हम सब इंसान हैं
कर्म कर्म का अपना अपना हिसाब है यहाँ
कोई फ़क़ीर है तो कोई बहुत ही धनवान हैं !!

हंसती तो देख चूका हूँ महात्माओं की मैं
कोई जेल में है तो कोई इस बेदर्द जहान मैं
कोई पड़ा चक्कर में धन के, कोई यौवन मैं
गरीब की कुटिया खाली हो गयी तूफ़ान से !!

क्यूं पूजा जाता है आज शैतान इस जहान मैं
लोगो ने गैर बना दिया भगवान् भी इस जहान मैं
चमचो ने घर बना लिया मंदिर और दरबार मैं
ठोकर खा रहा आज सीधा इंसान, इस जहान मैं!!

पूजा की जा रही, दिखावा बहुत साथ हो रहा
आरती उतार रही नारी , बहुत अन्याय यही हो रहा
नजर बड़ी गन्दी हो गयी , अब तो उस शैतान की
बच कर चल रहा आम इंसान, बस इस जहान मैं !!

अजीत तलवार
मेरठ

Language: Hindi
195 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
*कर्मों का लेखा रखते हैं, चित्रगुप्त महाराज (गीत)*
*कर्मों का लेखा रखते हैं, चित्रगुप्त महाराज (गीत)*
Ravi Prakash
जिनका हम जिक्र तक नहीं करते हैं
जिनका हम जिक्र तक नहीं करते हैं
ruby kumari
अफ़सोस का बीज
अफ़सोस का बीज
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
यही जिंदगी
यही जिंदगी
Neeraj Agarwal
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
Anand Kumar
प्रबुद्ध प्रणेता अटल जी
प्रबुद्ध प्रणेता अटल जी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
इसरो के हर दक्ष का,
इसरो के हर दक्ष का,
Rashmi Sanjay
माँ का अछोर आंचल / मुसाफ़िर बैठा
माँ का अछोर आंचल / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-468💐
💐प्रेम कौतुक-468💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुक़ाम क्या और रास्ता क्या है,
मुक़ाम क्या और रास्ता क्या है,
SURYA PRAKASH SHARMA
काले समय का सवेरा ।
काले समय का सवेरा ।
Nishant prakhar
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
2536.पूर्णिका
2536.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
Forgive everyone 🙂
Forgive everyone 🙂
Vandana maurya
सेल्फी जेनेरेशन
सेल्फी जेनेरेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
******** प्रेरणा-गीत *******
******** प्रेरणा-गीत *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आहिस्था चल जिंदगी
आहिस्था चल जिंदगी
Rituraj shivem verma
नया सवेरा
नया सवेरा
AMRESH KUMAR VERMA
ख़ास विपरीत परिस्थिति में सखा
ख़ास विपरीत परिस्थिति में सखा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
एक सपना
एक सपना
Punam Pande
श्रमिक  दिवस
श्रमिक दिवस
Satish Srijan
आया तेरे दर पर बेटा माँ
आया तेरे दर पर बेटा माँ
Basant Bhagawan Roy
जीवन रंगों से रंगा रहे
जीवन रंगों से रंगा रहे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दो साँसों के तीर पर,
दो साँसों के तीर पर,
sushil sarna
रिवायत
रिवायत
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
"सियासत में"
Dr. Kishan tandon kranti
■ अभाव, तनाव, चुनाव और हम
■ अभाव, तनाव, चुनाव और हम
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...