*** इन्तजार***
इन्तजार
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एक सैनिक की माँ/ पत्नी को
खत का इन्तजार,
एक प्रेमी को अपनी प्रेमिका से
मधुर मिलन का इन्तजार,
किसान को
बारिश का इन्तजार,
बहिन को राखी पर
भाई का इन्तजार,
रोगी को स्वस्थ होने का
इन्तजार,
भक्त को भगवान से
मिलने का इन्तजार,
गरीब को अमीर
बनने का इन्तजार,
फरियादी को
न्याय का इन्तजार,
पिजरे के पंछी को
उडने का इन्तजार,
साक्षात्कार देने वाले को
नौकरी का इन्तजार,
कैदी को सजा से मुक्त
होने का इन्तजार,
व्यापारी को
ग्राहक का इन्तजार,
इस दुनिया में हर किसी को
किसी न किसी को
बस इन्तजार !
केवल इन्तजार !!
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कवि कपिल खंडेलवाल ‘कलश’