इनसे रहें सतर्क
सही गलत का आदमी,नही समझता फर्क !
बैरी कुंदन कामिनी, .. .. इनसे रहें सतर्क !!
रूप रंग को देखकर,…नहीं बनाना मीत !
सोना हो सकती नहीं,कभी धातु हर पीत !!
पढा किताबों मे सदा,… हमने यही रमेश !
सोने की चिडिया कभी, कहलाता था देश !!
होता है हर वस्तु का, अपना अलग प्रयोग !
आए लोहे की जगह. कब सोना उपयोग !!
रमेश शर्मा