इतिहास और धर्म शास्त्रों का बहुजन पक्ष
हमें भारत के इतिहास और धर्म शास्त्रों की आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और स्त्रियों के दृष्टिकोण से व्याख्या करनी पड़ेगी। हम अपने देश और समाज के बारे में अब तक जो पढ़ते, सुनते और देखते आए हैं वह आख़िरी सच नहीं। उसमें बहुत सारे फेर-बदल की संभावना है…!
Shekhar Chandra Mitra
#IndianHistory