इजहार।
सोचो, अगर तब तुम मुझसे इजहार ना करते,
तो आज की ये रात हसीन कैसे होती?
नशा तो यूंही चड़ना था हमें,
पर वो नशे के बाद आपके साथ रेहनेका ख्वाब कैसे पूरा करती,?
गहराई की रातो में चांदनी की चमक होती,
तो चांद में भी कोई बात जरूर होती,
अगर आप हमसे इज़हार ना करते
तो सोचो आपकी दिल के पास में कैसे होती?
जरासा रुक भी जाओ, आओ बैठो पल भर,
जिंदगी तो लंबी है अभी,
अगर आप ना होते या में ना होती,
तो सोचो ये खुलकर प्यार करनेकी ताकद किसमें होती?