इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले
इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले
जो सपने जीत के देखें हैं उनका मामला सफा निकले
अभी रात बाकी है………..कर लो भरपूर तैयारी……
ईवीएम बेवफा थी क्या पता फिर बेवफा निकले
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले
जो सपने जीत के देखें हैं उनका मामला सफा निकले
अभी रात बाकी है………..कर लो भरपूर तैयारी……
ईवीएम बेवफा थी क्या पता फिर बेवफा निकले
-सिद्धार्थ गोरखपुरी