इंसान
गलतियों का पुतला है यह इंसान सुना होगा सभी ने बचपन से ही ,समझ होते हुए भी जान बूझकर गलतियां करता है यह इंसान।
माता पिता के चरणों में चारो धाम है, सब जानते हैं फिर भी माता-पिता को वृद्ध आश्रम तक भेज देता है यह इंसान।
मेहमान भगवान के समान होता है ,फिर भी तीन-चार दिन तक क्या रहते हैं वह अपने साथ तो कहते हैं कि अतिथि तुम कब जाओगे यहां तक कह देता है यह इंसान।
रास्ते में किसी के भी साथ कोई दुर्घटना हो जाती है, और कोई व्यक्ति घायल हो जाता है, तो तमाशा देख रहा होता है या इंसान।
पुलिस थाने के चक्कर न लगाने पड़े इसलिए सड़क पर घायल व्यक्ति को मरने के लिए छोड़ देता है यह इंसान।
✍️वंदना ठाकुर ✍️