इंसान क्यों ऐसे इतना जहरीला हो गया है
(शेर)- इंसान को अब यह, क्या हो गया है।
छोटी सी बात पर, इतना हिंसक हो गया है।।
नहीं कोई समझाईश है , नहीं मानवता और प्रेम है।
इतना निर्दयी और गुमराह, क्यों इंसान हो गया है।।
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इंसान क्यों इतना ऐसे जहरीला हो गया है।
निर्दयी, हिंसक और पापी इंसान हो गया है।।
इंसान क्यों इतना ऐसे ———————।।
छोटी छोटी बातों पर, अब हिंसा हो रही है।
सरेआम नारी की इज्जत, नीलाम हो रही है।।
नहीं भय कानून का, शायद कानून बिक गया है।
निर्दयी, हिंसक और पापी इंसान हो गया है।।
इंसान क्यों इतना ऐसे ———————-।।
देशभक्ति के नाम पर, अब बलवें हो रहे हैं।
मॉब लीचिंग में मर्डर, खुलेआम हो रहे हैं।।
जाति- धर्मों में सौहार्द- प्रेम, खत्म सा हो गया है।
निर्दयी,हिंसक और पापी, इंसान हो गया है।।
इंसान क्यों इतना ऐसे ——————-।।
आग में घी का काम, राजनीति कर रही है।
हिंसा – नफरत, इंसानों में वह भर रही है।।
कलमकार- मीडिया भी,गुमराह हो गया है।
निर्दयी, हिंसक और पापी, इंसान हो गया है।।
इंसान क्यों इतना ऐसे ———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)