Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2024 · 1 min read

इंसान को अपनी भाषा में रोना चाहिए, ताकि सामने वालों को हंसने

इंसान को अपनी भाषा में रोना चाहिए, ताकि सामने वालों को हंसने का मौका मुफ़्त में न मिले।

😊प्रणय प्रभात😊

1 Like · 26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
Disagreement
Disagreement
AJAY AMITABH SUMAN
गीतिका छंद
गीतिका छंद
Seema Garg
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
Sahil Ahmad
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
From dust to diamond.
From dust to diamond.
Manisha Manjari
तन्हाई बिछा के शबिस्तान में
तन्हाई बिछा के शबिस्तान में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सफर है! रात आएगी
सफर है! रात आएगी
Saransh Singh 'Priyam'
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
VEDANTA PATEL
आया पर्व पुनीत....
आया पर्व पुनीत....
डॉ.सीमा अग्रवाल
2761. *पूर्णिका*
2761. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अवधी स्वागत गीत
अवधी स्वागत गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
Lokesh Sharma
ज़रूरी है...!!!!
ज़रूरी है...!!!!
Jyoti Khari
😢
😢
*प्रणय प्रभात*
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
"माखुर"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ फ़क़त आतिश-ए-रंज़िश में लगे रहते हैं
कुछ फ़क़त आतिश-ए-रंज़िश में लगे रहते हैं
Anis Shah
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
धृतराष्ट्र की आत्मा
धृतराष्ट्र की आत्मा
ओनिका सेतिया 'अनु '
No amount of regret changes the past.
No amount of regret changes the past.
पूर्वार्थ
हमारे प्यारे दादा दादी
हमारे प्यारे दादा दादी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बाल वीर दिवस
बाल वीर दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
अधमी अंधकार ....
अधमी अंधकार ....
sushil sarna
Loading...