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26 Sep 2023 · 1 min read

:====:इंसान की अकड़:====:

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इंसान कुसंगत में पड़कर,भविष्य बिगाड़ लेता है!
अपराध-राह चलकर,शिक्षा से नाता तोड़ लेता है।
ऐसा इंसान समाज में अपना सम्मान खो देता है!
अपनी अकड़ में अपनों से भी नाता तोड़ लेता है।।
**************************************
:=====रचियता: प्रभुदयाल रानीवाल:======:
:========:उज्जैन{मध्यप्रदेश}:=========:
**************************************

Language: Hindi
603 Views

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