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31 Jan 2022 · 1 min read

संविधान की धज्जियां

निकाल रहे हो तुम लोग
जिस आईन का जनाजा
उसमें इस देश की
जान बसती है!
तुम्हारी इन्हीं
बेवकूफियों के चलते
सारी दुनिया हम पर
ताना कसती है!
जाति-धर्म के नाम पर
इंसानियत का बंटवारा
क्या ज़िंदगी यहां
इतनी सस्ती है!
आज़ादी, बराबरी
और भाईचारा
इसी से अभी तक
हमारी हस्ती है!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
1 Like · 233 Views
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