Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

इंसानियत का आग़ाज़

व़क्त बदलते ही हाल़ात बदलते हैं ,
हाल़ात बदलते हैं माहौल़ बदलते हैं ,

माहौल़ बदलते ही ए़हसास बदलते हैं ,
ए़हसास बदलते ही जज़्बात बदलते हैं ,

जज़्बात बदलते ही रिश़्ते बदलते हैं ,
रिश़्ते बदलते ही हम़राह बदलते हैं ,

हमराह बदलते ही हमसफ़र बदलते हैं ,
हमसफ़र बदलते ही मंज़िंलें बदलती हैं ,

मंज़िंलें बदलते ही नस़ीब बदलते हैं ,
नस़ीब बदलते ही सोच बदलती है ,

सोच बदलते ही इल्म़ बदलते है ,
इल्म़ बदलते ही इंसान बदलते हैं ,

इंसान बदलते ही ज़िंदगी के माय़ने बदलते हैं ,
ज़िंदगी के माय़ने बदलते ही ज़िंदगी बदलती है ,

और इस बदलती ज़िंदगी में ,
हमदर्दी के उफ़क से
इंसानिय़त के ऩूर का आग़़ाज़ होता है।

Language: Hindi
49 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
इज़्ज़त
इज़्ज़त
Jogendar singh
रिश्ते अब रास्तों पर
रिश्ते अब रास्तों पर
Atul "Krishn"
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
Neelofar Khan
बेफिक्री
बेफिक्री
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बाल कविता: मेरा कुत्ता
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।
खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।
*प्रणय*
"गुजारिश"
Dr. Kishan tandon kranti
आजा माँ आजा
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
ग़म है,पर उतना ग़म थोड़ी है
ग़म है,पर उतना ग़म थोड़ी है
Keshav kishor Kumar
हर इश्क में रूह रोता है
हर इश्क में रूह रोता है
Pratibha Pandey
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
World News
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
जीवन का हर पल बेहतर होता है।
जीवन का हर पल बेहतर होता है।
Yogendra Chaturwedi
देवर्षि नारद जी
देवर्षि नारद जी
Ramji Tiwari
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर  टूटा है
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर टूटा है
कृष्णकांत गुर्जर
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी कहानी मेरी जुबानी
मेरी कहानी मेरी जुबानी
Vandna Thakur
#गुप्त जी की जीवनी
#गुप्त जी की जीवनी
Radheshyam Khatik
*जिंदगी*
*जिंदगी*
Harminder Kaur
""बहुत दिनों से दूर थे तुमसे _
Rajesh vyas
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
sushil sarna
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
gurudeenverma198
2799. *पूर्णिका*
2799. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
Rj Anand Prajapati
Loading...