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14 Sep 2021 · 1 min read

इंद्रधनुष

आसमान में फूल खिलता है
इंद्रधनुष जब निकलता है

बारिश जब खत्म होता है
प्रकृति का रहम होता है
मन में छम- छम होता है

मन छूने को बिलखता है
इंद्रधनुष जब निकलता है।

मन में भर देता है उमंग
देख सात प्यारे-प्यारे रंग
कभी नहीं छोड़ते संग

मन आनंदित थिरकता है
इंद्रधनुष जब निकलता है।

धीरे-धीरे मिटने लगता है
खुद में सिमटने लगता है
मन को खटकने लगता है

बच्चे सा मन सिसकता है
इंद्रधनुष जब निकलता है।

नूर फातिमा खातून” नूरी” (शिक्षिका)
जिला कुशीनगर

Language: Hindi
542 Views
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