इंतजार
तेरा आना,मन को मुदित करे तेरा आना
रैन दिवस सब मेरे सपनो में खो जाना
हर पल पंथ निहारु,सुधि तेरी न बिसारुं
मैं बुनूं कोई आक्रृति,मन पाए अकूत सम्पत्ति
तुझको सपनों मे पाना,मन को मुदित करे तेरा आना।
वो प्रमुदित सा आलिंगन,अगनित प्रेम पुष्प आबंटन
मेरे दामन में फैलाना,मन को मुदित करे तेरा आना।
अनगढ अतीत की यादें,वो भोली सी तेरी बातें
सुन सुन कर मुस्काना, मन को मुदित करे तेरा आना।
ममता महेश