Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओनिका सेतिया 'अनु '
209 Followers
Follow
Report this post
27 Jun 2022 · 1 min read
इंतजार
कब तलक और इंतज़ार करें हम तेरा ,
अब तो एक पल भी भारी लगे मुझे .
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
·
2 Comments
· 255 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
धरती की पुकार
Onika Setia "Anu"
You may also like:
सोलह श्राद्ध
Kavita Chouhan
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
sushil sarna
*श्रीराम*
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
2889.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
तर्क-ए-उल्फ़त
Neelam Sharma
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
Shweta Soni
"मेरा कहना है"
Dr. Kishan tandon kranti
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
शेखर सिंह
कांतिमय यौवन की छाया
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
ध्यान क्या है, ध्यान क्यों करना चाहिए, और ध्यान के क्या क्या फायदा हो सकता है? - रविकेश झा
Ravikesh Jha
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
बहुत टूट के बरसा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नज़रों से नज़रें मिली जो
Chitra Bisht
“दोहरी सोच समाज की ,
Neeraj kumar Soni
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
Kumar lalit
ये कैसी आज़ादी
Rekha Drolia
" कृष्णा का आवाहन "
DrLakshman Jha Parimal
..
*प्रणय*
मौसम और कुदरत बर्फ के ढके पहाड़ हैं।
Neeraj Agarwal
शहर में नकाबधारी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
Surinder blackpen
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
कवि रमेशराज
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
Deepesh purohit
कौन सी जमात में पढ़ती हो तुम मोहल्ले के लड़के बता रहे थे बड़
Rj Anand Prajapati
मां को शब्दों में बयां करना कहां तक हो पाएगा,
Preksha mehta
"शाम की प्रतीक्षा में"
Ekta chitrangini
कुछ अच्छा करने की चाहत है
विकास शुक्ल
*अभिनंदन सौ बार है, तुलसी तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...