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7 Oct 2024 · 1 min read

इंतज़ार का मर्ज है संगीन

इंतज़ार का मर्ज है संगीन
रास किसी को आता नहीं
कोई अँधेरों में गुज़ारें शामें
कोई करे महफ़िलें रंगीन

चित्रा बिष्ट

1 Like · 16 Views
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