Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2022 · 2 min read

*इंडिया हटाओ*

इंडिया हटाओ
अखिल भारतीय संस्था मैं भारत हूँ फाउंडेशन की ओर से रामपुर में आज दिनांक 22 अक्टूबर 2021 शुक्रवार को जैन इंटर कॉलेज ,खारी कुआँ पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें इस बात पर बल दिया गया कि भारत को भारत ही बोला जाए और भारत को संबोधित करने वाला इंडिया नाम संविधान से हटाया जाए।
इस अभियान के अंतर्गत सभा में फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार जैन मुंबई से तथा राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती शोभा सादानी कोलकाता से पधारी थीं। स्थानीय स्तर पर जैन समाज कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी में अग्रणी था । जैन समाज के अध्यक्ष दिनेश जैन खंडेलवाल , मंत्री कस्तूर चंद्र जैन तथा शिक्षा मंत्री दिनेश जैन सेठी कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में अग्रणी रहे। कार्यक्रम का विषय हृदयस्पर्शी था । अतः सम्मिलित होकर अच्छा लगा ।
मुझे भी वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। मैंने स्वरचित सर्वप्रथम चार पंक्तियाँ पढ़ीं:-
चले गए अंग्रेज देश से ,अपनी निज पहचान हो
देश पुरातन अपना भारत ,इसका ही गुणगान हो
फिर से भारत कहें ,महापुरुषों की इस धरती को
नाम गुलामी-भरे इंडिया ,का न नाम-निशान हो
मैंने संविधान सभा की बहस में सेठ गोविंद दास द्वारा इंडिया शब्द हटाने के संघर्ष का स्मरण किया ,सनातन काल से भारत शब्द के पावन उपयोग की बात कही तथा संविधान में देश को इंडिया बताया जाना अंग्रेजों की गुलामी को प्रतीकात्मक रूप से ढोया जाना करार दिया । आयोजकों ने दीप प्रज्ज्वलन में मुझे सहभागी बनाया, पत्रकार गौरव जैन द्वारा जो मुझे फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया गया तथा साथ ही एक वक्ता के रूप में जो आमंत्रित किया गया ,उसके लिए मैं “जैन समाज” तथा “मैं भारत हूँ फाउंडेशन” का आभारी हूँ। जिन बंधुओं ने समारोह के फोटो खींचे और मुझे प्रेषित कर दिए ,उनके प्रति गहरा आभार।
————————-
लेखक : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
156 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

हुस्न की नुमाईश मत कर मेरे सामने,
हुस्न की नुमाईश मत कर मेरे सामने,
Buddha Prakash
प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
Rj Anand Prajapati
आइसक्रीम के बहाने
आइसक्रीम के बहाने
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बड़ी अजब है जिंदगी,
बड़ी अजब है जिंदगी,
sushil sarna
नये विचार
नये विचार
‌Lalita Kashyap
बुरे वक्त में भी जो
बुरे वक्त में भी जो
Ranjeet kumar patre
2540.पूर्णिका
2540.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक - मेरा भाग्य और कुदरत के रंग
शीर्षक - मेरा भाग्य और कुदरत के रंग
Neeraj Agarwal
ज़हर क्यों पी लिया
ज़हर क्यों पी लिया
Surinder blackpen
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"आदत"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे
दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
एक दिन मजदूरी को, देते हो खैरात।
एक दिन मजदूरी को, देते हो खैरात।
Manoj Mahato
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
" can we take a time off from this busy world, just to relax
पूर्वार्थ
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
माहौल में
माहौल में
Kunal Kanth
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
शेखर सिंह
मंजिल।
मंजिल।
Kanchan Alok Malu
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"सत्य वचन"
Sandeep Kumar
Essence of Happiness
Essence of Happiness
Deep Shikha
चार लोग
चार लोग
seema sharma
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
रोटियों से भी लड़ी गयी आज़ादी की जंग
रोटियों से भी लड़ी गयी आज़ादी की जंग
कवि रमेशराज
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
VINOD CHAUHAN
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dr. Priya Gupta
न पाने का गम अक्सर होता है
न पाने का गम अक्सर होता है
Kushal Patel
Loading...