इंडिया में शोर
मोर मोर मोर …………………….इंडिया में।
मचा शोर शोर शोर ………………..इंडिया में।
चलता नहीं अब जोर …………………इंडिया में।
बढी बेरोजगारी हर ओर…………….इंडिया में ।
मोर मोर मोर है …………………………इंडिया में।
अर्थव्यवस्था हो गई धरासाई…………इंडिया में।
बढ़ गई भय, भूख और लाचारी……….इंडिया मे।
जनता भूखे मर रही बेचारी ……………..इंडिया में।
कैसी है ये उसकी लाचारी ……………..इंडिया में।
अच्छे दिन के सपने टूटे ……………..इंडिया में।
पन्द्रह लाख के सपने निकले झूठे………इंडिया में।
बढ़ा अंधविश्वास का जाल…………….इंडिया में।
जनता हुई कंगाल………………………इंडिया में।
राजा हो गया मालामाल………………..इंडिया में।
नेता और अधिकारी बिक रहे ………..इंडिया में।
मीडिया जा बैठी है गोदी में………………इंडिया में।
खजाना हो गया खाली ………………….इंडिया में।
बिक रहा रेलवे और बैंक ……………..इंडिया में।
निजीकरण की तैयारी है …………………..इंडिया में।
मंदिर बनने की है तैयारी………………….. इंडिया में।
मोर मोर मोर है ……………………………इंडिया में।
शोर शोर शोर है ………………………….इंडिया में।
जाने कब हो ?
भोर भोर भोर …………………………….इंडिया में।
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रवि शंकर साह ” बलसारा”
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