इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
मुक्तक
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
जन जन के मन से जीवन से कैसे इसे हटाओगे।
सरकारों ने जाने कितने इंडिया और बना डाले,
स्टार्टअप व मेकिन इंडिया कैसे इन्हें मिटाओगे।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी